अँग्रेजी-हिंदी मशीनी अनुवाद
सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेज़ी से परिवर्तन हो रहे हैं। कंप्यूटरीकरण के इस दौर में भाषा भी पीछे नहीं रह सकती। हिंदी भाषा ने भी कंप्यूटरीकरण के क्षेत्र में अपना स्थान ग्रहण किया है। आज हिंदी में कार्य करने के लिए अनेक सॉफ्टवेअर बाज़ार में उपलब्ध हैं। मशीनी अनुवाद क्षेत्र में अनेक शास्त्रज्ञ तथा भाषा विद्वान अनेक सालों से अनुसंधान कर रहे थे। अब भारतीय कंप्यूटर तंत्रज्ञों ने अंग्रेज़ी से हिंदी अनुवाद करनेवाला तंत्र ढूँढ निकाला है।राजभाषा नियमानुसार हर सरकारी कार्यालय को धारा 3(3) के अंतर्गत जारी काग़ज़ात जैसे संकल्प, साधारण आदेश, अधिसूचनाएँ, प्रेस विज्ञप्ति, निविदा प्रारूप आदि द्विभाषा में जारी करना अनिवार्य है। संसदीय राजभाषा निरीक्षण समिति द्वारा इन काग़ज़ातों का कड़ाई से निरीक्षण किया जाता है। लेकिन आमतौर हर कार्यालय से ऐसे सभी काग़ज़ात सिर्फ़ अंग्रेज़ी में जारी किए जाते हैं। अंग्रेज़ी में जारी आदेश पर लिखा होता है, Hindi version will follow! दुर्भाग्य है कि ऐसे आदेश बहुत कम समय पर हिंदी में जारी किए जाते हैं। हर कार्यालय की अपनी मजबूरी रहती है जैसे हिंदी अधिकारी या हिंदी अनुवादक पदों का न रहना, सरकारी कामकाज़ में हिंदी का अपर्याप्त ज्ञान, हिंदी टाइपिंग का अभाव आदि।सी डैक नोएडा के नैचरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग विभाग ने ट्रांसलेशन सपोर्ट सिस्टम का सफल विकास किया है। ज्ञान भांडार अंग्रेज़ी भाषा में कैद रहेगा तो आम हिंदी जाननेवाला आदमी प्रतियोगिता में पिछड़ जाएगा। हिंदी अनुवादक की जटिल कार्यप्रणाली और टंकलेखन से अब आपको राहत मिल सकती है। समय मूल्यवान है। कम समय में महत्वपूर्ण सूचनाएँ भेजना ज़रूरी रहता है।सरकारी कार्यालय में राजभाषा हिंदी का पत्राचार बढ़ाना ज़रूरी है इसलिए मशीनी अनुवाद सुविधा का लाभ उठाना चाहिए।सी-डैक नोएडा ने टी.स़ी.एस. (Translation Support System) सॉफ्टवेयर विकसित किया है। आवश्यकताएँ विंडो एक्स पी या विंडो 2000 जी यू आई सहायता सह कम से कम 64 एम बी रॅम/60 एम बी की जगह तथा पैंटियम आधारित प्रोसेसर की आवश्यकता है। ट्रांसलेशन सपोर्ट सिस्टम में निम्नलिखित खूबियाँ हैं-अनुवाद : टी. एस. एस. मेनू के ट्रांसलेशन पर क्लिक करने पर आप दो विंडोज(पैनल देख पाएँगे) इस में प्रयोक्ता के सामने अंग्रेज़ी और हिंदी अलग पैनेल दिखाई देंगे। बाईं और अंग्रेज़ी पैनल में फाइल, स्पेल चेक, ट्रांसलेट तथा 9 ट्रांसलेशन बटन होंगे। आप अंग्रेज़ी पाठ टाईप कर सकते हैं या आपके किसी फोल्डर से चुनकर रख सकते हैं। यह अंग्रेज़ी पाठ आप दाईं ओर की पैनल में हिंदी में अनुवाद के रूप में प्राप्त कर सकते हैं। हिंदी अनुवाद आप किसी भी फ़ाईल में सेव आउटपुट बटन के द्वारा संग्रहित कर पाएँगे। हिंदी में अनुदित पाठ में कुछ नीले रंग का पाठ यह दर्शाता है कि इस पाठ में अनुवाद के कई विकल्प उपलब्ध है। इसमें सही अनुवाद को चुनना है। इसमें 9 बटन उपलब्ध हैं।1. फ़ाइल - इस बटन की सहायता से आपके कंप्यूटर स्थित किसी फ़ाइल को अनुवाद हेतु लिया जा सकता है।2. वर्तनी जांचक (Spell Checker) - बाईं ओर के पैनल में अंग्रेज़ी पाठ की वर्तनी जाँच की जा सकती है। अगर कोई शब्द उपलब्ध नहीं हो रहा है तो प्रयोगत: संबंधित शब्द की प्रविष्टि की जा सकती है। सजेस्ट, चेंज तथा इग्नोर द्वारा क्रमश: अनेक सुझाव, परिवर्तन तथा यथास्थिति बनाए रखने का विकल्प भी उपलब्ध है।3. अनुवाद - इस बटन पर क्लिक करते ही दाईं ओर की पैनल में हिंदी अनुवाद मिलना शुरू हो जाएगा। अनुवाद कार्य संपन्न होते समय पर्दे पर प्रोग्रेस बार दिखाई देगा।4. नो ट्रांसलेशन - अगर आप किसी अंग्रेज़ी पाठ का अनुवाद नहीं करना चाहते हो तो इस बटन द्वारा संबंधित पाठ को हायलाइट करके यथास्थित अंग्रेज़ी रख सकते हैं।5.सेव इन पुट - इस बटन द्वारा अंग्रेज़ी पाठ को वांछित स्थान पर सेव ऍज़ कर के रख सकते हैं।6. सेव आऊट पुट - इस बटन की सहायता से हिंदी में प्राप्त अनुवाद को आप किसी वांछित फ़ाइल में किसी भी जगह सेव ऍज करके रख सकते हैं।7. सिलेक्ट सेंटेंस - बहु विकल्प सुविधा के द्वारा आप किसी उचित वाक्य को चुन सकते हैं। इस बटन पर क्लिक करने पर एक विंडो में अनेक वाक्यों के विकल्प आपको प्राप्त हो जाएँगे। इसमें उचित वाक्य को हाइलाइट करके एडिटर में स्थानांतरित कर सकते हैं। इस मेन्यू में अन्य छ: बटन उपलब्ध हैं। जिसमें नेक्स्ट बटन, प्रीवियस बटन, वर्ड बटन, एक्सेप्ट बटन, एक्सेप्ट सेंटेंस तथा क्विट बटन उपलब्ध है।स्वीकृत वाक्य को हिंदी एडिटर के द्वारा वाक्य की रचना को कुछ जगह पर ठीक किया जा सकता है। इस एडिटर में सुशा फांट में टाइप किया जा सकता है। स्क्रीन पर सुशा की-बोर्ड-लेआउट ऑनलाइन उपलब्ध है। इस सॉफ्टवेअर में उपलब्ध शब्दकोश में प्रयोग करने वाला अपनी ओर से विशेष शब्द भी दर्ज़ कर सकता है। मशीन आधारित अनुवाद की इस सुविधा से राजभाषा वार्षिक कार्यक्रम के लक्ष्य के अनुसार हिंदी का उपयोग बढ़ाया जा सकता है।अधिक जानकारी के लिए श्री वी.एन. श़ुक्ला, निदेशक, नैचरल लैगवेज प्रोसेसिंग डिवीजन, सी-डैक नोएडा, सी-56/1 सेक्टर-62, नोएडा 201307 फ़ोन 0120-2402551 एक्स्टेंशन 418 पर संपर्क कर सकते हैं।ई मेल - vnshukla@cadacnoida.com24 अप्रैल २००५
लेखक - विजय प्रभाकर काम्बले
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